दंतेवाड़ा
दंतेवाड़ा, भारत के छत्तीसगढ़ प्रान्त का एक शहर है जो कि दंतेवाड़ा जिला के अंतर्गत आता है | यह दंतेवाड़ा जिला का प्रशासनिक कार्यालय भी है | इह शहर एवं जिले का नाम यहाँ की स्थानीय देवी मां दंतेश्वरी के नाम पर पड़ा |
दंतेवाड़ा | |
— नगर — | |
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समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | ![]() |
राज्य | छत्तीसगढ़ |
जनसंख्या | 6,632 (2001 के अनुसार [update]) |
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
• 351 मीटर मीटर |
इतिहास
भौगोलिक स्थिति
दंतेवाड़ा निर्देशांक 18.90°N 81.35°E.[1] पर स्थित है| समुद्र तट से इसकी औसत ऊंचाई ३५१ मीटर (११५४ फीट) है |
जनांकिक
२००१ की जनगणना के अनुसार दंतेवाड़ा की आबादी ६६३२ है, जिसमे ५३% पुरूष एवं ४७% महिलाएं हैं | इसकी औसत साक्षरता दर ७०% है|
रोचक तथ्य
भारत सरकार द्वारा निर्मित सलवा-जुडूम और माओवादियों के बीच लडाई के चलते पिछले वर्ष ३५०से अधिक लोग मारे गए और लगभग ५०००० लोग शिविरों में स्थानांतरित हो गए | सलवा-जुडूम को, जिसका गठन २००५ में हुआ, राज्य सरकार द्वारा शान्ति मिशन का नाम दिया गया है | दूसरी ओर माओवादियों का कहना है कि सलवा-जुडूम का निर्माण आदिवासियों से ज़मीन लेकर बड़े गैर-सरकारी निगमों को देने में मदद करने के लिए किया गया है |